तोहफों पर शायरी
तोहफे होते तो खुश करने के लिए
पर सच्चे दिल को दिल ही लगते
तोफे तो आज है कल नहीं,
लेकिन सच्चे दिल कल भी थे
आज भी है अोर हमेशा रहेंगे
अमीरी क्या गरीबी क्या
सच्चे दिल को सब एक जैसा
पर काभी भी दिल से गरीब मत होना
शायरी भी आ रही है थोड़ी बोहोत अभी
बाद में पता चला वही पास आती चलकर कभी
